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मैं बेवफ़ा हूँ शायरी हिंदी में

Main Bewafa Hoon

Shayari Hindi Mein

मैं बेवफ़ा हूँ शायरी हिंदी में



''बेवफ़ा हूँ' ब्लॉग पर आपका स्वागत है। 

आपका स्वागत है एक बार फ़िर से ब्लॉग 'बेवफ़ा हूँ' पर। आज की ये शायरी आपको आपकी बीती मोहब्बत और कुछ रिश्तों की याद दिलाएगी। इस शायरी में आपको एक नई झलक देखने को मिलेगी। आपकी उम्मीदों पर ख़रा उतरना और आपके लिए हर बार कुछ नया लेकर आना, यही हमारा काम है और आपकी भावनाओं के प्रति हमारी ज़िम्मेदारी भी। दोस्तों मैं उम्मीद करता हूँ कि आप सबको आज की हमारी ये शायरी पसंद आएगी और आप पढ़कर अपने बाकि दोस्तों को भी इसे भेजोगे। तो आईये दोस्तों पढ़ते हैं आज की शायरी जिसका नाम है 'मैं बेवफ़ा हूँ'। 


Main Bewafa Hoon

Shayari Hindi Mein

मैं बेवफ़ा हूँ शायरी हिंदी में


अब शक़्ल देख़कर नीयत पहचान जाता हूँ मैं,

बोलता कुछ नहीं मग़र सब जान जाता हूँ मैं। 

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उसकी और मेरी मोहब्बत का अलग अंदाज़ था,

उसकी नीयत अच्छी थी मेरा दिमाग़ ख़राब था। 

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अपनों ने दिए हैं ज़ख़्म ऐसे,

मरहम भी लगाऊं तो हंस पड़ता हूँ। 

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बद्दुआ दूँ भी तो किसको दूँ,

उसने जिसे अपनाया है वो भी अपना है। 

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तुम ढूंढने भी जाओगे तो नहीं मिलेगा,

क़ायनात में कोई नहीं है माँ जैसा। 

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सितम ढाह रहा है तो इस तरह से ढाह,

दर्द तो हो पर आता रहे मज़ा। 

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इस इश्क़ की अदालत में उम्र क़ैद मत देना,

सज़ा - ए - मौत मिल जाये तो मेरा नाम हो जायेगा। 

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दिलों से खेलकर दूसरों को किनारे करता है,

वो इश्क़ नहीं करता सिर्फ़ इशारे करता है। 

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ज़िन्दग़ी तब तक हर किसी की ख़ास होती है,

जीने की तमन्ना हो जब तक जीत की आस होती है। 

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दीये जब रात को बुझने पर आ जाते हैं,

लोग इसकी आड़ में बस्तियां जला जाते हैं

मैं रात भर ना सोया कहीं आँख लग गई तो,

ख्वाबों में तेरे काले कारनामें आ जाते हैं। 

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कोई तेरे हाथ चूमता, कोई तेरे गले लगता,

और यही अगर मैं करता तो तुझे बुरा लगता। 

कोई बेवफ़ा जो मेरे अगर चूम लेती गालों को,

तू ख़ुद ही बता फ़िर तुझे किस तरह लगता। 

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जो पढ़कर क़िताबें छोड़ दी गईं उनके ऊपर,

धूल ही जमी होगी और क्या होगा,

मोहब्बत जिसकी है इबादत उस ख़ुदा की यारों,

उस आँख में नमी होगी और क्या होगा,

तू काँच बनकर टकरा रहा है जो पत्थरों से,

ऐसे में तेरे साथ कोई हादसा होगा। 

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यही है उसकी अदा धीरे - धीरे,

हो रही है अब बेवफ़ा धीरे -धीरे,

है वो एक क़यामत उसकी आँखों से,

चढ़ता है यार नशा धीरे -धीरे। 

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मुझे इस तरह से रुस्वा करो तुम,

कि फ़िर मनाने की हिम्मत ना पड़े। 

Main Bewafa Hoon

Shayari Hindi Mein

मैं बेवफ़ा हूँ शायरी हिंदी में


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ईमेल: - blogbewafahoon@gmail.com

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