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गुरु नानक जी अब दर्शन दो हिंदी कविता

Guru Nanak Ji Ab 

Darshan Do Hindi Kavita

गुरु नानक जी अब 

दर्शन दो हिंदी कविता




'बेवफ़ा हूँ' ब्लॉग पर आपका स्वागत है।

श्री गुरु नानक देव जी सिखों के पहले गुरु थे जिनकी बाणी श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी में भी दर्ज है। श्री गुरु नानक देव जी ने सिर्फ़ सिखों धर्म के लोगों को ही नहीं बल्कि सभी धर्मों के लिए बहुत सारी यात्रायें कीं, जिन्हें 'उदासियाँ' कहा गया है। श्री गुरु नानक देव जी को समर्पित ये कविता आपको प्रभु भक्ति में लीन कर देगी। 



Guru Nanak Dev Ji 

Kavita In Hindi

गुरु नानक देव जी 

कविता हिंदी में


मेरे पाप माफ़ करदो हे दाता,

मेरे सिर पर हाथ धरो हे दाता,

मैं दया तेरी का भागी हूँ,

हर क़दम पे मेरे साथ चलो,

गुरु नानक जी अब दर्शन दो,

मेरे गुरु नानक दर्शन दो। 

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मैं नित्य हूँ करता ध्यान तेरा,

मेरी जिव्हा करे गुणगान तेरा,

मुझे भव - सागर से पार करो,

मैं बालक हूँ नादान तेरा,

मेरी हर मुश्किल का हल हो तुम ,

ख़ाली झोली को आन भरो,

गुरु नानक जी अब दर्शन दो,

मेरे गुरु नानक दर्शन दो। 

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मैं इस माया नगरी में खेला,

देख लिया दुनियां का मेला,

सब रिश्ते मतलब के गुरु नानक,

जो आया अकेला जाये अकेला,

तेरे पावन चरणों में गिरकर,

मन की मैल मैं लूँगा धो,

गुरु नानक जी अब दर्शन दो,

मेरे गुरु नानक दर्शन दो। 

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कब टूटेगा मिट्टी का ख़िलौना,

ना जाने कब क्या है होना,

गुरु की भक्ति करले बंदे,

तुझे आख़िर में ना पड़ जाये रोना,

मुझे ऐसा आशीर्वाद दो भगवन,

जब मरूं तो तेरा दर्शन हो,

गुरु नानक जी अब दर्शन दो,

मेरे गुरु नानक दर्शन दो। 

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Dev Ji In Hindi

हिंदी में गुरु नानक देव जी 

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